
एक फरवरी से राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी 22 टोल गेटों ई-डिटेक्शन प्रक्रिया लागू की जाएगी। अब राज्य में बिना वैध दस्तावेज के सड़क पर वाहन चलाना वाहन मालिकों को महंगा पड़ेगा। ई-डिटेक्शन प्रक्रिया के माध्यम से वाहन मालिकों को ई-चालान भेजा जाएगा। एक फरवरी से अगर मोटर वाहनों में कोई बीमा नहीं है तो टोल गेट स्वचालित प्रणाली से इसे पकड़ेंगे और ई-चालान जारी किया जाएगा।
HighLights
- बिना वैध दस्तावेज सड़क पर वाहन चलाने पर होगी कार्रवाई
- एक फरवरी से राज्य के सभी 22 टोल गेटों पर लागू की जाएगी ई-डिटेक्शन प्रक्रिया
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर: बिना वैध दस्तावेज के सड़क पर वाहन चलाना अब महंगा पड़ेगा। यदि मोटर वाहन के पास वैध बीमा, प्रदूषण और फिटनेस नहीं है, तो ई-डिटेक्शन एप्लिकेशन के माध्यम से इसका आसानी से पता लगाया जा सकेगा।
2022 से, राज्य परिवहन प्राधिकरण ने ई-डिटेक्शन एप्लिकेशन के माध्यम से टोल गेट पर मोटर वाहनों के वैध दस्तावेजों की जांच करने की प्रक्रिया शुरू की थी।