
Gold Rate Today: कई दिनों की सुस्ती के बाद सोने के दामों में तेजी लौटने लगी है. और एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2024 के समान 2025 में भी सोने के दामों में तेज उछाल आ सकती है.
Gold Demand Picks Up: सोने के मार्केट में फिर से रौनक लौटने लगी है. नई चीजें खरीदने के लिए अशुभ माने जाने वाले खरमास के खत्म होने के बाद मकर सक्रांति से शुरू हुए शुभ मुहूर्त के लौटते ही सोने की खरीदारी करने वाले से लेकर निवेशक फिर से सोने की खरीदारी करने लगे हैं जिसकी बड़ी वजह शुरू होने जा रहा शादियों का मौसम भी है. इसके चलते ज्वेलरी मार्केट में अचानक डिमांड बढ़ गई है.
सोने की खरीदारी बढ़ते ही कीमतों में भी तेजी आने लगी है. सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 500 रुपये की तेजी के साथ 81,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जो दो महीने का हाई है. इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने के दामों में तेजी देखी जा रही है और ये 2,737.50 डॉलर प्रति आउंस पर पहुंच चुका है जो कि 12 दिसंबर 2024 के बाद सबसे ऊंचा लेवल है. ये आशंका जताई जा रही है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद इँटरनेशनल मार्केट में सोने के दामों में और तेजी आ सकती है. वैश्विक अस्थिरता के चलते सुरक्षित निवेश के लिए सोने में निवेश बढ़ सकता है. चांदी की कीमत में भी तेजी है. चांदी की कीमत भी 2,300 रुपये बढ़कर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी जतिन त्रिवेदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स में सोने में तेजी, दिसंबर के अमेरिकी सीपीआई आंकड़े के जारी होने के बाद आई, जो उम्मीदों के अनुरूप था. उन्होंने कहा उम्मीद से कम महंगाई दर ने सोने की कीमतों को सपोर्ट किया है. महंगाई दर में नरमी ने फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में कटौती जारी रखने की उम्मीदों को मजबूत किया है, जिससे सोने की तेजी को गति मिली है.
सोने में खरीदारी लौटने की वजह ये भी है कि एक फरवरी 2025 को पेश होने वाले बजट में सरकार सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा सकती है. व्यापार घाटा पर नकेल कसने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी के बढ़ाने जाने की संभावना जताई जा रही है जिसे 23 जुलाई 2024 को बजट में 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया था.