
सार
PM Kisan Yojana Budget 2025: पीएम किसान योजना के अंतर्गत हर किस्त में 2 हजार रुपये दिए जाते हैं, लेकिन चर्चा इस बात की है कि बजट-2025 में किस्त के पैसे बढ़ सकते हैं।
PM kisan Samman Nidhi Yojana Budget 2025: अगर आप एक किसान हैं तो आपके लिए सरकार कई तरह की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को कई तरह के आर्थिक लाभ भी दिए जाते हैं। अगर देखेंगे तो पाएंगे कि लगभग हर एक योजना से एक बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। अगर आप भी ऐसी किसी योजना के लिए पात्र हैं तो आप आवेदन कर सकते हैं। जैसे, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना।
इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को सालाना 6 हजार रुपये देने का प्रावधान है। वहीं, चर्चा इस बात की भी है कि बजट-2025 में किसानों को मिलने वाले इस पैसे में बढ़ोतरी की जा सकती है। तो चलिए जानते हैं कि ऐसा हो सकता है या नहीं। अगली स्लाइड्स में किसान इस बारे में जान सकते हैं…
- अगर आप भी एक किसान हैं तो आपके लिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाती है जिसके अंतर्गत पात्र किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दिए जाते हैं। वहीं, इस पैसे को 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है और अब तक कुल 18 किस्त जारी हो चुकी हैं। यही नहीं, हर किस्त का लाभ लगभग करोड़ों पात्र किसानों को मिलता है।
- 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश के समक्ष बजट-2025 रखेगी। इस बजट में कई एलान हो सकते हैं जिनमें से एक पीएम किसान योजना से जुड़ा भी माना जा रहा है। माना जा रहा है कि लाभार्थियों को दिए जाने वाले पैसे को बढ़ाया जा सकता है।
- अगर आप भी पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं तो आपके लिए जानना जरूरी हो जाता है कि चर्चा इस बात की है कि किसानों को दिए जाने वाले पैसे में बढ़ोतरी की जा सकती है। माना जा रहा है कि 6 हजार रुपये (जो अभी किसानों को सालाना मिलते हैं) से बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया जा सकता है।
- जानकारों का मानना है कि किसानों को जो मौजूदा समय में साल भर में 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। वे पैसे महंगाई और खेती के बढ़ते खर्चों के लिए काफी नहीं है। इसलिए माना जा रहा है कि सरकार को इस पैसे में बढ़ोतरी करनी चाहिए जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। हालांकि, किस्त के पैसे बढ़ेंगे या नहीं इसके लिए हमें बजट तक का इंतजार जरूर करना पड़ेगा।