
Juice Jacking Scam: बिना सोचे-समझे अगर आप भी फोन को कहीं भी चार्ज कर लेते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इससे आपके बैंक खाते को खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे?
Juice Jacking Scam: आज के समय में हम सभी के लिए स्मार्टफोन जरूरी के साथ जरूरत बन चुका है। कई लोगों फोन में ही अपनी पर्सनल जानकारी, फोटो और कुछ दस्तावेजों को भी सेव रखते हैं। यहां तक कि पर्सनल और प्रोफेशनल कामों को भी स्मार्टफोन की मदद से किया जाता है। इसके अलावा मनोरंजन का जरिया भी स्मार्टफोन बन चुका है। इसलिए मोबाइल फोन यूजर्स हमेशा अपने फोन को चार्ज रखना पसंद करते हैं। कुछ तो ऐसे भी हैं जो फोन की बैटरी 20 प्रतिशत तक भी नहीं होने देते और उसे फुल चार्ज रखना पसंद करते हैं।
अगर आप भी उनमें से हैं जो अपने फोन को हमेशा फुल चार्जिंग के साथ देखना पसंद करते हैं या फिर जरूरत पड़ने पर कहीं भी अपना फोन चार्जिंग पर लगा लेते हैं तो सावधान हो जाइए। दरअसल, फोन के चार्जर से भी स्कैमर्स आपकी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
फोन चार्जर से खाली हो सकता है बैंक!
फोन के चार्जर से भी स्कैमर्स के लिए डेटा चोरी करना आसान है। दरअसल, जूस जैकिंग की मदद से स्कैमर्स आपकी और आपके बैंक की जानकारी हासिल कर लेते हैं जिससे बैंक खाता भी खाली हो सकता है। आखिर ये जूस जैकिंग क्या है और फोन चार्जिंग से कैसे स्कैमर्स फ्रॉड कर रहे हैं? आइए जानते हैं।
न करें पब्लिक प्लेस में फोन चार्ज
टाइप-सी एक स्टैंडर्ड चार्जर है जिसका इस्तेमाल कई फोन यूजर्स करते हैं। ऐसे में पब्लिक प्लेस में बने चार्जिंग पॉइंट्स पर टाइप-सी चार्जर भी लगे मिल सकते हैं जिससे फोन को चार्ज करने के लिए कोई भी यूजर ज्यादा सोचता नहीं है।
हालांकि, फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (Federal Bureau of Investigation) की ओर से पब्लिक प्लेस के फोन चार्जर का इस्तेमाल न करने की जानकारी दी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्रॉडस्टर्स पब्लिक प्लेस के फोन चार्जर से लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं। इसलिए ध्यान रहे कि आपको पब्लिक प्लेस में लगे चार्जिंग पॉइंट और चार्जर से अपना फोन चार्ज नहीं करना है।
क्या है Juice Jacking?
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट, मार्केट या अन्य पब्लिक प्लेस पर चार्जिंग पॉइंट बने हुए होते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं जहां चार्जर भी लगा हुआ होता है, लेकिन ये लोगों की मदद के लिए नहीं बल्कि उनके बैंक खाते को खाली करने के लिए हो सकता है। यूएसबी की मदद से हैकर्स फोन को हैक करते हैं और इस तरह की हैकिंग को जूस जैकिंग कहा जाता है। साइबर क्राइम को अंजाम देने के लिए जूस जैकिंग एक आसान जरिए बन चुका है। स्कैमर्स डेटा चोरी के साथ-साथ आपके फोन में घूस सकते हैं और मैलवेयर को इंस्टॉल कर आपके बैंक तक को खाली कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- पब्लिक प्लेस में फोन चार्ज कर रहे हैं, तो किसी भी नोटिफिकेशन पर चार्जिंग के दौरान क्लिक न करें।
- पब्लिक प्लेस में पहले से लगे चार्जर का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें।
- किसी अनजान को अपने फोन का चार्जर न दें।
- पब्लिक चार्जिंग पॉइंट से फोन चार्ज करने से पहले डेटा ट्रांसफर ऑप्शन को ऑफ करें।
- किसी अनजान के एडाप्टर या चार्जिंग केबल को यूज न करें।