
रंजनगांव इलाके में अवैध रूप से रह रहे 10 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में अदालत ने उन्हें 24 अक्तूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुणे ग्रामीण के एसपी पंकज देशमुख ने कहा, ‘कल रंजनगांव एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में हमने एक मामला दर्ज किया, जिसमें कुछ बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ की गई। पूछताछ करने पर हमें पता चला कि वे रंजनगांव इलाके में अवैध रूप से रह रहे थे। इसलिए, हमने मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बाद में अदालत में पेश किया, जहां से 24 अक्तूबर तक ऐसे 10 आरोपियों की पुलिस हिरासत को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा, ‘ हम पता लगा रहे हैं कि वे भारत में कितने समय से रह रहे हैं। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि वे छह महीने से लेकर 10 साल तक इस देश में रहे हैं। हम यह पता लगा रहे हैं कि इस देश में रहने का उनका मकसद क्या है। उनमें से कई श्रमिक गतिविधियों में लिप्त हैं और उन्हें दैनिक मजदूरी के आधार पर भुगतान किया जा रहा है। इसलिए, उनकी वास्तविक स्थिति क्या है, इस पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी है। लेकिन जांच के 2-3 दिनों में हम यह पता लगाने की स्थिति में होंगे कि इस देश में रहने का उनका मकसद क्या था। हमने एक खास मामले में मतदाता पहचान पत्र जैसे दस्तावेज जब्त किए और इसके अलावा कई लोगों के पास आधार कार्ड तथा पैन कार्ड हैं। हम इस पहलू की भी जांच कर रहे हैं कि क्या कोई संगठित रैकेट है या कोई एजेंट है जो बांग्लादेशी नागरिकों को हमारे देश में ला रहा है।’