
IAS Story: एक जिले के कलेक्टर साहब को जब यह सूचना मिली की कुछ छात्राएं उनसे मिलने पैदल चलकर कलेक्ट्रेट आ रही हैं, तो वह परेशान हो गए. उन्होंने अधिकारियों को भेजा, लेकिन बात नहीं बनी. बाद में वह खुद भागे भागे गए लेकिन उसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिली. आइए जानते हैं पूरा मामला…
IAS Story: कलेक्टर साहब ने कलेक्ट्रेट के लिए पैदल निकली इन छात्राओं के लिए आनन-फानन में एसडीएम और एडीएम को गाडी लेकर दौड़ाया कि इस गाड़ी में उन्हें बैठाकर लाइए, लेकिन इन छात्राओं ने गाड़ी में बैठने से इंकार कर दिया और कहा कि वह पैदल ही कलेक्ट्रेट तक जाएंगी. आलम यह था कि छात्राओं के आने से पहले डीएम ही आधे रास्ते में पहुंच गए, लेकिन उनसे भी छात्राओं ने यही बात दोहराई. जिसके बाद हर तरफ इस घटना की चर्चा है.
यह मामला मध्य प्रदेश के रतलाम का है. यहां के कन्या शिक्षक परिसर की 12वीं की छात्राएं अपने टीचर की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट के लिए चलीं. दरअसल. वहां उन्हें जनसुनवाई में शामिल होना था. वहां से कलेक्ट्रेट की दूरी आठ किमी बताई जा रही है. जब इसकी जानकारी कलेक्टर राजेश बाथम को हुई कि 8 किमी पैदल चलकर कलेक्ट्रेट आ रही हैं, तो उन्होंने तुरंत एसडीएम और एडीएम को गाड़ी लेकर भेजा लेकिन छात्राओं ने कहा कि वह पैदल ही कलेक्ट्रेट तक जाएंगी और कलेक्टर से मिलकर अपने टीचर की शिकायत करेंगी.
खुद भागकर आधे रास्ते पहुंचे डीएम
जब अधिकारियों ने लौटकर कलेक्टर राजेश बाथम को यह बात बताई तो वह खुद छात्राओं से मिलने के लिए निकल गए. कलेक्टर साहब आधे रास्ते में उनके पास भी पहुंचे. बाथम ने छात्राओं से कहा कि वह अपनी शिकायत बताएं, लेकिन छात्राओं ने इससे इंकार कर दिया और कहा कि वह कलेक्ट्रेट तक पैदल आकर ही अपनी शिकायत बताएंगी. जिसके बाद राजेश बाथम कलेक्ट्रेट लौकर छात्राओं के आने का इंतजार करते रहे. कलेक्ट्रेट पहुंची छात्राओं ने कलेक्टर से मिलकर अपनी पूरी बात बताई छात्राओं की शिकायत थी कि उनके स्कूल में फिजिक्स और केमिस्ट्री के टीचर अच्छी पढ़ाई नहीं कराते हैं. इसकी कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यही कारण है कि उन्होंने कलेक्ट्रेट तक पैदल आकर शिकायत करने का निर्णय लिया और मजबूरी में आठ किमी पैदल चलकर आईं.
कलेक्टर ने तुरंत लिया एक्शन
रतलाम के कलेक्टर राजेश बाथम ने छात्राओं की शिकायत सुनते ही तुरंत स्कूल की अधीक्षिका को सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल को नोटिस भी जारी किया. कलेक्टर ने प्रिंसिपल को इन दोनों सब्जेक्टस के टीचर बदलने के भी निर्देश दिए.
छात्राओं को कराया नाश्ता पानी
रतलाम कलेक्टर ने छात्राओं की शिकायत पर सुनवाई करने के बाद सभी छात्राओं को बैठाकर नाश्ता पानी कराया. इतना ही नहीं उन्होंने सभी को स्कूल परिसर भेजने के लिए वाहन की भी व्यवस्था की. छात्राओं को सरकारी गाड़ी से स्कूल भिजवाया गया.
कौन हैं राजेश बाथम
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम भोपाल के रहने वाले हैं मध्य प्रदेश की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक राजेश बाथम का जन्म 20 जून 1971 को हुआ था वह 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में बीई किया है अभी 11 मार्च 2024 को ही उनको रतलाम का कलेक्टर बनाया गया है.