
सार
सर्दियों में ब्रेन हेमरेज, कार्डियक अरेस्ट के ढाई गुना मरीज बढ़ गए हैं। एसएन की इमरजेंसी का आईसीयू फुल चल रहा है। इमरजेंसी में रोजाना 180 से 200 मरीज पहुंच रहे हैं। 10 फीसदी की हालत मिल रही अति गंभीर।
विस्तार
भीषण ठंड से ब्रेन हेमरेज, लकवा, कार्डियक अरेस्ट और निमोनिया के मरीजों की संख्या ढाई गुना तक पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा ब्रेन हेमरेज के मरीज हैं। इसमें से 5-8 मरीज अति गंभीर हाल में मिल रहे हैं। इनको वेंटिलेटर पर रखना पड़ रहा है। आईसीयू भी फुल हैं।
एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी के प्रभारी डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि इमरजेंसी में रोजाना 180-200 मरीज आ रहे हैं। दरअसल, मरीजों को बीपी की दवाएं बंद करने और सर्दी के कारण ब्रेन हेमरेज हो रहा है। इसके मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर कार्डियक अरेस्ट और निमोनिया के हैं। कार्डियक अरेस्ट में तो 40 साल के भी मरीज आ रहे हैं।
एसएन के न्यूरोसर्जन डॉ. मयंक अग्रवाल ने बताया कि ब्रेन हेमरेज में 5-8 मरीजों की हालत तो बेहद गंभीर मिल रही है। इनकी दिमाग की नस फटी मिल रही है। इसमें 40-45 साल की उम्र के भी मरीज हैं। लकवा के मरीजों में उम्रदराज अधिक हैं। हालत गंभीर मिलने पर कई की जान नहीं बच पाती है। इमरजेंसी सह प्रभारी डॉ. चंद्रप्रकाश गौतम ने बताया कि निमोनिया में फेफड़ों में संक्रमण मिल रहा है। इससे मरीज सांस नहीं ले पा रहा। बुजुर्ग मरीजों की हालत ज्यादा खराब मिल रही है। रोजाना 8-10 मरीजों को आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है।