करियर डेस्क, नई दिल्ली। कई बार बेहतर तैयारी के बावजूद एग्जाम में अच्छे मार्क्स नहीं आ पाते हैं। इस सिचुएशन में स्टूडेंट्स समझ नहीं पाते हैं कि आखिर कमी कहां रह गई है। कहां चूक गए हैं, जिसकी वजह से परीक्षा में उनके नंबर कट गए। हालांकि, वे खुद भी इस बात को समझ नहीं पाते हैं कि, कमी उनकी तैयारी में नहीं थी, बल्कि एग्जाम में उनसे हुई कुछ गलतियों के चलते उन्हें पूरे अंक नहीं मिल पाए हैं। क्या हैं, वे मिस्टेक्स आइए डालते हैं एक नजर।
1-ठीक से नहीं पढ़ते एग्जाम गाइडलाइंस
क्वैश्चन पेपर सॉल्व करने से पहले जरूरी है कि एग्जाम गाइडलाइंस को अच्छी तरह से पढ़ लें। यह देख लें कि, किस सेक्शन में कितने क्वैश्चन करने हैं। कितने ऑप्शनल हैं और कितने लॉन्ग आंसर करने हैं। कई, बार ऐसा होता है कि प्रश्न का उत्तर लिखना होता है लॉन्ग और स्टूडेंट्स बिना निर्देश पढ़कर इसे शार्ट में लिखकर आ जाते हैं, जिसकी वजह से उस आंसर के लिए नंबर कट जाते हैं। 

2- स्ट्रैस के चलते भी होती है मिस्टेक्स
कई बार स्टूडेंट्स एग्जाम के दौरान घबरा जाते हैं, जिसकी वजह से छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं। इसलिए जरूरी है कि एग्जाम के दौरान पैनिक न हों। गहरी सांस लें। शांत ढंग से पूरा पेपर सॉल्व करें।
3- क्राॅस चेक नहीं करते आंसर
बार-बार क्लास हो या फिर कोचिंग हर जगह स्टूडेंट्स को इस बात को समझाया जाता है कि, एक बार लिखने के बाद अपने आंसर को दोबारा जरूर पढ़ें। ऐसा करने से गलतियों को पकड़ा जा सकता है या अगर कोई भी उत्तर अधूरा छूटा है तो उसे समय रहते ठीक किया जाता है। साथ ही, अगर किसी आंसर के लिए डायग्राम जरूरी था और नहीं बनाया है तो उसे भी स्पेस बचाकर बनाया जा सकता है। इसलिए कोशिश करें कि पेपर खत्म करने के बाद 10 मिनट बचाकर क्रॉस चेक करें।
4- टाइम नहीं करते मैनेज
कई बार स्टूडेंट्स शुरुआत से एग्जाम के लिए टाइम मैनेज नहीं करते और फिर अंत में आकर उनका कोई न कोई क्वैश्चन छूट जाता है। इसका नतीजा यह होता है कि उन्हें पेपर में बेहतर अंक नहीं मिल पाते हैं। साथ ही, कई बार हड़बड़ाहट में सभी उत्तरों का जवाब नहीं देते, इसकी वजह से भी उन्हें परीक्षा में पूरे अंक नहीं मिलते। इसलिए जरूरी है कि इन सभी बातों का ध्यान रखा जाए।