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इजरायल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। पिछले दिनों इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान समेत कई शहरों में रॉकेट से हमला किया था। इसके पहले ईरान भी इजरायल पर हवाई हमले कर चुका है।
- इस बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने खुले तौर पर इजरायली हमलों को लेकर हल्के में नहीं लिया है।
- ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार को कहा कि इस सप्ताह के अंत तक ईरान पर हुए इजराइल के हमले को ‘न तो बढ़ा-चढ़ाकर और न ही कम करके बताया जाना चाहिए।’
- खामेनेई ने इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई का आह्वान करने से परहेज किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई की ये टिप्पणियां संकेत देती हैं कि ईरान इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया पर सावधानीपूर्वक विचार कर रहा है।
- ईरान की सेना पहले ही कह चुकी है कि गाजा पट्टी या लेबनान में संघर्ष विराम इजराइल पर किसी भी जवाबी हमले से बेहतर है। ईरानी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि उनके पास जवाब देने का अधिकार है।
- खामेनेई ने कहा कि इजराइली शासन द्वारा दो रात पहले किए गए दुष्कृत्यों को न तो बढ़ा-चढ़ाकर और न ही कम करके पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इजराइली शासन की गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए।
- खामनेई ने कहा कि ईरानी राष्ट्र और उसके युवाओं की ताकत एवं इच्छाशक्ति के बारे में समझाना जरूरी है। ईरान पर हमले को लेकर खामनेई का क्या प्लान है? इस पर अभी सर्वोच्च नेता ने कुछ नहीं कहा है।
- खामेनेई ने कहा कि यह तय करना प्राधिकारियों का काम है कि ईरानी लोगों की इच्छाशक्ति और ताकत के बारे में इजराइली शासन को कैसे समझाया जाए। या राष्ट्र के हितों की पूर्ति करने वाली कार्रवाई कैसे की जाए।