
Maharashtra Election: महाराष्ट्र चुनाव में एस जयशंकर ने भाजपा सरकार की वकालत की. उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसी सरकार की जरूरत है जिसकी सोच केंद्र से मिलती हो.
नई दिल्ली: चीन हो या अमेरिका… एस जयशंकर की विदेश नीति का कमाल पूरी दुनिया ने देख लिया. यह विदेश मंत्री एस जयशंकर की विदेश नीति का ही कमाल है कि भारत और चीन के बीच तल्खी कम हुई है. एलएसी पर डिसइंगेजमेंट हो गया है और अब पहले की तरह पेट्रोलिंग होगी. रूस-यूक्रेन जंग में भी अमेरिका ने भारत पर खूब प्रेशर डाला, मगर एस जयशंकर ने अपनी विदेश नीति से रूस और अमेरिका दोनों को अच्छे से साध लिया. इस तरह एस जयशंकर की विदेश नीति तो सबने देख ली. मगर अब उनका भाजपा नेता वाला अंदाज सामने आया है. वह महाराष्ट्र में भाजपा की जीत के लिए परोक्ष तौर पर मैदान में उतर चुके हैं. रविवार को मुंबई में वह भाजपा के पक्ष में माहौल बनाते नजर आए.
दरअसल, विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को मुंबई में थे. वहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भाजपा सरकार के फायदे गिनाए. इस दौरान उन्होंने डबल इंजन की सरकार का जिक्र किया और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व में महायुति सरकार लाने की पैरवी भी की. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भाजपा की वकालत करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को कहा कि राज्य में ऐसी सरकार की जरूरत है, जिसकी सोच और विचारधारा केंद्र सरकार के समान हो. एनडीए यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के तीसरे कार्यकाल में अर्थव्यवस्था और रोजगार पर ध्यान केंद्रित है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि महाराष्ट्र को एक ऐसी सरकार चाहिए जो केंद्र के साथ एक ही सोच रखती हो. उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार में देश और दुनिया को भरोसा होगा. कांग्रेस और उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना समेत विपक्षी दल के नेता अक्सर दावा करते हैं कि महाराष्ट्र की कई बड़ी निवेश परियोजनाओं को पड़ोसी भाजपा शासित गुजरात ले जाया गया है. इस पर भी जयशंकर ने स्टैंड लिया और साफ कर दिया कि ये आरोप झूठे हैं और उन्होंने कहा कि निवेशकों का अपना हिसाब-किताब और आकलन होता है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा सरकार होने के फायदे भी गिनाए.
अब आप समझ रहे होंगे कि एस जयशंकर का भाजपा के लिए पीसी करना कौन सी बड़ी बात है. तो इसका जवाब यह है कि एस जयशंकर भले ही भाजपा नेता हैं और विदेश मंत्री हैं, मगर उन्हें चुनावी कैंपेन में काफी कम ही देखा गया है. वह चुनावी रस्साकशी से ज्यादातर अलग ही रहते हैं. यही वजह है कि वह चुनाव नहीं लड़ते और सीधे राज्यसभा से सांसद बने हैं. एस जयशंकर 30 मई 2019 से भारत के विदेश मंत्री हैं. वे गुजरात राज्य से भारत की संसद के उच्च सदन (राज्यसभा) के सदस्य हैं. राजनीति में आने से पहले वह भारतीय विदेश सेवा के अफसर रह चुके हैं और कई देशों में भारत के दूत भी.