
Guru Pushya Yoga 2024: गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने पर गुरु पुष्य योग निर्मित होता है. गुरु पुष्य योग में कुछ कार्यों को करने से धन और दौलत में बढ़ोत्तरी होती है. ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि गुरु पुष्य योग में कौन से काम करें, जिससे की धन और वैभव में बढ़ोत्तरी हो. मुहूर्त क्या है?
गुरु पुष्य योग 26 सितंबर दिन गुरुवार को बन रहा है. यह बहुत ही शुभ योग माना जाता है. गुरुवार के दिन जब पुष्य नक्षत्र होता है तो उस दिन गुरु पुष्य योग निर्मित होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु पुष्य योग में आपको उन कार्यों को करना चाहिए, जिसमें आपको स्थिर सफलता की कामना हो. इस योग में किए गए कार्यों से मिलने वाले फल लंबे समय तक के लिए होते हैं. गुरु पुष्य योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का भी दुर्लभ संयोग बना है. गुरु पुष्य योग में आप कुछ कार्यों को करते हैं तो आपके धन और संपत्ति में वृद्धि होगी. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि गुरु पुष्य योग में कौन से काम करें, जिससे की धन और वैभव में बढ़ोत्तरी हो.
कब से कब तक है गुरु पुष्य योग?
26 सितंबर को बनने वाला गुरु पुष्य योग रात के समय में है. पंचांग के अनुसार, पुष्य नक्षत्र का प्रारंभ रात में 11 बजकर 34 मिनट से होगा, जो 27 सितंबर को देर रात 1 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. लेकिन सूर्योदय के साथ ही नया दिन प्रारंभ हो जाएगा. ऐसे में गुरु पुष्य योग 26 सितंबर को रात 11:34 बजे से लेकर अगली सुबह 06:12 बजे तक ही मान्य होगा.
गुरु पुष्य योग के साथ अमृत सिद्धि योग भी बना है. वैसे गुरुवार को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होगा. ये दोनों योग भी बेहद शुभ माने गए हैं.
गुरु पुष्य योग में करें ये 5 काम
1. गुरु पुष्य योग के समय में सोना, उससे बने आभूषण, मकान, प्रॉपर्टी खरीदना, निवेश करना शुभ फलदायी माना जाता है. आपके ये काम करते हैं तो आपकी संपत्ति में वृद्धि होगी और यह लंबे समय तक आपके साथ बनी रहेगी.
2. इस योग में आप नई दुकान, नए काम की शुरूआत कर सकते हैं. मान्यताओं के अनुसार, इन कार्यों में आपको सफलता प्राप्त हो सकती है. इससे आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.
3. गुरु पुष्य योग में आपको माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. माता लक्ष्मी को खीर, दूध से बनी मिठाई और भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते, पंचामृत, गुड़ आदि का भोग लगाएं. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. लक्ष्मी नारायण की कृपा से आपके धन-संपत्ति में बढ़ोत्तरी होगी.
4. जब गुरु पुष्य योग बना हो तो उस समय में आप चाहें तो हल्दी भी खरीद सकते हैं. हल्दी भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति को प्रिय है. इससे आपका भाग्य मजबूत होगा.
5. गुरु पुष्य योग में आप चांदी का बना लक्ष्मी यंत्र या फिर चांदी से निर्मित कोई चौकोर टुकड़ा खरीद ले. उसकी पूजा करें. आपके आर्थिक संकट दूर होगा. घर में सुख और समृद्धि आएगी.
इस बार का गुरु पुष्य योग रात के समय में बन रहा है, ऐसे में आप खरीदने वाली वस्तु का चुनाव पहले कर सकते हैं और उसका भुगतान गुरु पुष्य योग में कर सकते हैं. इससे आपकी खरीदारी गुरु पुष्य योग में होगी और उसका लाभ आपको प्राप्त हो सकता है.