
Badlapur Encounter: मुंबई में सुबह-सुबह कई जगह कुछ खास पोस्टर लगे मिले, जिनमें महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस हाथ में रिवॉल्वर लिए दिखे. इन पोस्टर्स में ‘बदला पुरा’ लिखा है, जिससे बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में मौत की तरफ इशारा किया गया है.
मुंबई. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सुबह-सुबह कई जगह कुछ खास पोस्टर लगे दिखे. इन पोस्टर्स में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और सीनियर बीजेपी लीडर देवेंद्र फडणवीस हाथ में रिवॉल्वर लिए दिखे. इस पोस्टर में लगाने वाले का कोई नाम तो नहीं लिखा है. हालांकि इससे साफ है कि इसमें बदलापुर कांड के आरोपी की पुलिस एनकाउंटर में मौत का क्रेडिट देवेंद्र फडणवीस को दिया जा रहा है. फडणवीस राज्य के गृह मंत्री हैं और पुलिस उनके ही अधीन आती है.
अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर विपक्षी दल कई सवाल खड़ कर रहे हैं. वहीं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट की टीम ने उस पुलिस वैन की जांच की, जिसमें शिंदे को कथित तौर पर गोली मारी गई थी.
अक्षय शिंदे को कैसे लगी गोली?
एक अधिकारी ने बताया कि शिंदे को सोमवार शाम को उसकी पूर्व पत्नी की तरफ से दर्ज कराए गए एक मामले की जांच के सिलसिले में जब पुलिस वैन में ले जाया जा रहा था तभी उसने पुलिसकर्मियों में से एक की रिवॉल्वर छीन ली और गोली चला दी. इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की, जो उसके सिर में जा लगी. आरोपी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी के भी पैर में गोली लगी थी, जिनका अस्पताल में फिलहाल इलाज चल रहा है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह घटना पुलिस हिरासत में मौत से जुड़ी है, इसलिए महाराष्ट्र सीआईडी इसकी जांच करेगी. उन्होंने बताया कि सीआईडी अधिकारियों का एक दल मुंब्रा बाईपास जाएगा, जहां यह घटना हुई. वे उन पुलिसकर्मियों का बयान भी दर्ज करेंगे जो घटना के वक्त वाहन में मौजूद थे. उन्होंने बताया कि सीआईडी अधिकारी अक्षय शिंदे के माता-पिता के बयान भी दर्ज करेंगे.
शिंदे के परिवार ने उठाए एनकाउंटर पर सवाल
उधर अक्षय शिंदे के माता ने एनकाउंटर से जुड़े पुलिस के दावों पर सवाल उठाए हैं. उसकी मां और चाचा ने आरोप लगाया कि यह पुलिस और बदलापुर स्कूल मैनेजमेंट की साजिश है. उन्होंने दावा किया कि अक्षय ने अपने एक रिश्तेदार को बताया था कि हिरासत में पुलिस ने उसे पीटा है और उसने पैसे मांगते हुए एक पर्ची भी भेजी थी.
अक्षय की मां ने पूछा, ‘मेरा बेटा पटाखे जलाने और सड़क पार करने से भी डरता था. वह किसी पुलिसकर्मी पर गोली कैसे चला सकता है?’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘पुलिस ने हमारे बच्चे की हत्या कर दी. स्कूल प्रबंधन की भी जांच की जानी चाहिए. पुलिस ने उससे कुछ लिखवाया था, लेकिन हमें नहीं पता कि क्या लिखवाया, केवल वह जानता था.’