
एक चौंकाने वाली घटना में पता चला कि एक शख्स 18 साल से अपने पड़ोसी का बिल चुका रहा था और उसे पता भी नहीं था. उसे पता तब चला जब कटौती के प्रयास के बावजूद उसका बिल बढ़ता रहा. चांच करवाने पर पता चला कि वह तो पड़ोसियों को बिल चुका रहा है.
अगर आपसे पूछा जाए कि क्या आप बिजली के बिल के नाम पर अपना ही बिल चुकाते हैं? तो आप यही कहेंगे कि हम तो हर महीने जांच करते हैं. लोगों का बिजली का बिल जरा भी ज्यादा आता है तो वे पड़ताल कर बिजली कंपनी पहुंच जाते हैं. पर क्या ऐसा हो सकता है कि कोई शख्स 18 साल तक अपने पड़ोसी का बिल अदा कर रहा हो और उसे पता भी ना चला हो. जी हां, अमेरिका के एक शहर में ऐसा ही हुआ और मजेदार बात यह रही कि यह सब कंपनी की गलती की वजह से हुआ था.
अमेरिका के कैलिफोर्निया के वैकविले में रहने वाले और पीजीएंडई कंपनी के ग्राहक केन विल्सन ने देखा कि उनके बिजली के बिल बढ़ रहे हैं, तो उन्होंने बिजली के उपयोग को कम करने के उपाय करने शुरू कर दे. लेकिन इससे उनके बिल कम नहीं हुए. उन्होंने मामले की तह तक जाने का फैसला किया.
अपनी बिजली खपत को ट्रैक करने के लिए एक डिवाइस खरीदने के बाद, विल्सन ने पाया कि उनके ब्रेकर बंद होने पर भी उनका मीटर चल रहा था. विल्सन ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे के बारे में पीजीएंडई से संपर्क किया और उन्होंने उनके मीटर की जांच करने के लिए एक प्रतिनिधि को उनके अपार्टमेंट में भेजा, जिसने साफ किया कि वाकई कुछ तो गड़बड़ जरूर थी.
यूटिलिटी कंपनी ने अपने बयान में कहा कि विल्सन अपने बगल वाले अपार्टमेंट के लिए बिजली का बिल “संभवतः 2009 से” चुका रहे थे, जो कि उनके वहां आने के तीन साल बाद था. पीजीएंडई के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी शुरुआती जांच में पाया गया है कि ग्राहक के अपार्टमेंट के मीटर नंबर का बिल शायद 2009 से दूसरे अपार्टमेंट को भेजा जा रहा था.”
विल्सन के लिए हैरान करने वाली बात थी. लेकिन अच्छी बात ये रही कि पूरे मामले में कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार की. बयान में कहा गया कि पीजीएंडई ने गलती स्वीकार की और कहा कि कंपनी “ग्राहक के साथ स्थिति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है.”. विल्सन हुई तकलीफ के लिए उनसे माफी भी मांगी. इसके बाद कंपनी ने अन्य ग्राहकों से इसी तरह की समस्याओं से बचने के लिए अपने मीटर नंबर वेरिफिकेशन करने का आग्रह किया.